कितनी चीजें थी जिन पर मुझे गम्भीरता से विचार करना था कितनी चीजें थी जिन पर मुझे गम्भीरता से विचार करना था
धन-दौलत तो एक विलासिता है जो आज है कल फिर नहीं! धन-दौलत तो एक विलासिता है जो आज है कल फिर नहीं!
मस्त ! मस्त !
ज़िंदगी ! मैं तुम्हें जीना चाहता हूँ...। ज़िंदगी ! मैं तुम्हें जीना चाहता हूँ...।
बरसो रे ! बरसो रे ! कहते हैं यह मोर... बरसो रे ! बरसो रे ! कहते हैं यह मोर...
जीवन वही सफ़ल है जहाँ , गम कपूर व खुशियाँ अगरबत्ती हैं। जीवन वही सफ़ल है जहाँ , गम कपूर व खुशियाँ अगरबत्ती हैं।